Format: Printed |
Issue No: DGST-0075-H |
Language: Hindi |
Author: Tarun Kumar Wahi |
Penciler: Manu |
Inker: N/A |
Colorist: N/A |
Pages: 128 |
निशाना दिल पर-622- कहीं डोगा का कटा हाथ। कहीं डोगा की कटी टांग। कहीं दीवार में ठुंकी मिली डोगा की छाती। मुम्बई में मच गई सनसनी कि डोगा मारा गया। लेकिन एक नहीं दो नहीं बल्कि तीन-तीन डोगा मरे पड़े थे और सबको लगे थे निशाने दिल पर। बच्चू पाटी नाम का एक खतरनाक अपराघी डोगा के दिल पर निशाना लगाने का अभ्यास कर रहा था। क्या वो लगा पाया डोगा के दिल पर निशाना या बन गया डोगा का निशाना| बूबो बूबो-641- खूबसूरत लड़कियों को निर्ममता के साथ कत्ल कर रहा था एक हत्यारा बूबो बूबो। मोनिका को शक था अपने क्लासफेलो सूरज पर और डोगा का शक था किसी छः उंगलियों वाले पर। शहर में दहशत थी। पुलिस विभाग में हलचल। डोगा पागलों के समान हाथों में बारूद थामे कर रहा था हत्यारे बूबो बूबो की तलाश। क्या बूबो बूबो डोगा के हाथ लगा या बूबो बूबो की ही गिरफ्त में फंस गया डोगा? तंदूर-657- शहर में सनसनी मचाए हुए था जघन्याय नाम का वो अपराघी, जो चोरी करने वाले के हाथ काट डालता था। झूठे गवाहों की जुबानें। खूनियों की आंतें निकाल लेता था और बुरी नजर वालों की आंखें। ताकि कानून तोड़ने वाले हो जाएं सावघान। जज चौघरी को जघन्याय द्वारा की गई सारी घटनाएं स्वप्न में हूबहू दिखाई पड़ती थीं। कैसे देख लेता था वो जघन्याय द्वारा किये गए अपराघों को स्वप्न में? डोगा ने देखा एक भीषण तंदूर काण्ड, जिसमें एक लड़की को टुकड़े-टुकड़े कर जलाया जा रहा था। तो अब क्या करेगा जघन्याय? अब क्या करेगा डोगा? मगरमच्छ-672- एक खतरनाक हत्यारा टाइगर लॉकअप से अदालत ले जाते समय फरार हो गया। पुलिस और डोगा उसके पीछे थे। किसी के मासूम बच्चे को आग से निकाल कर लाता हुआ टाइगर डोगा को दिखा। अपनी जान खतरे में डाल कर दूसरे की जान बचाने वाला शख्स हत्यारा कैसे हो सकता था। ये जानने के लिये डोगा ने टाइगर को धर दबोचा। लेकिन टाइगर ने अपनी बेगुनाही का सबूत डोगा को बताने की बजाए मगरमच्छों के दरिया में छलांग लगा दी! क्या रहस्य था ? |
Rs 75.00 Rs 63.75 You Save: 15.00% |
Wednesday 13 June 2012
DOGA DIGEST 8 - Doga Comics Free Download
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment