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Format: Printed |
Issue No: SPCL-2445-H |
Language: Hindi |
Author: Anupam Sinha, Jolly Sinha |
Penciler: Anupam Sinha |
Inker: Vineet Sidhartha, Sagar Thapa |
Colorist: Shadab, Sunil |
Pages: 80 |
समुद्र का सीना फाड़कर बाहर निकले हैं एक पुरानी नगरी के अवशेष और दुनिया पर टूट पड़ती हैं अनोखी मुसीबतें. नागराज और ध्रुव जब इस समस्या के समाधान के लिए इन अवशेषों पर जाते हैं तब घटता है कुछ ऐसा भयानक कि एक नागराज के सामने होते हैं कई नागराज और एक ध्रुव के सामने होते हैं कई ध्रुव और सभी मिल कर बन गए हैं नागराज, ध्रुव और पृथ्वी के अस्तित्व के लिए चुन्नोती. |
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