Format: Printed |
Issue No: SPCL-2448-H |
Language: Hindi |
Author: Tarun Kumar Wahi |
Penciler: Sushant Panda |
Inker: Sushant Panda |
Colorist: Sunil |
Pages: 48 |
शिवजी का शाप काटने के लिए निकला बांकेलाल उलटा अपने पीछे एक भूत लगवा बैठा| अब जब उसे करना पड़ेगा सदाचारी वर्त का पालन तभी उसका भला हो सकेगा. बेचारा खोटी बुद्धि वाला बांकेलाल अब मजबूर है वो चाह कर भी किसी का बुरा नहीं कर सकता| लेकिन उस पर सवार भूत उससे करवा रहा है सभी उल्टे-सुल्टे काम और बांकेलाल को करना पड़ रहा है ना चाहते हुए भी सभी का भला| |
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Monday, 12 September 2011
SADACHARI BANKEYLAL
Labels:
Bankelal
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