Format: Printed |
Issue No: SPCL-2402-H |
Language: Hindi |
Author: Tarun kumar wahi |
Penciler: Aadil Khan |
Inker: Lakshmin, Sagar Thapa |
Colorist: Shadab, Govind |
Pages: 48 |
आसाम के जंगलों में एक नर पिशाच भेडिये ने आतंक मचाया हुआ है. उसके आतंक से डर के जंगल का जल्लाद कोबी भी छुप गया है और भेड़िया उसे रोकने में नाकाम हो रहा है. जेन भेड़िया और सुकन्या के अमरप्रेम से परेशान हो कर जॉन का सहारा लेती है जिसके कारण जंगल में आ जाती है एक बड़ी मुसीबत जिससे बचने के लिए पूरे जंगल को करना पड़ता है संघर्ष. क्या इस बार कोबी और भेड़िया का अंत होने वाला है? |
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Wednesday, 14 September 2011
PREM SHRADH
Labels:
Bhedia,
Kobi Aur Bhediya
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