Format: Printed | Issue No: SPCL-2422-H | Language: Hindi | Author: Abhishek Sagar | Penciler: Sidharth Panwar | Inker: Sanjeev | Colorist: Mohan Prabhu | Pages: 48 | हाँ. मैं हूँ Genius. पर मेरी अति बुद्धि ही मेरी दुश्मन बन गयी. मैं एक छोटा सा बच्चा था. अपनी माँ और पढाई बस इसी में खुश था. मेरी तार्किक बुद्धि, मेरी प्रतिभा ने मुझे Genius का खिताब दिला दिया. सभी ने मुझे Genius..Genius कह कर सिर पर चढ़ा लिया. मगर मेरा Genius होना ही मेरे लिए अभिशाप बन गया. इस Genius शब्द ने कभी मुझे दोस्त नहीं दिए. या तो प्रशंसक मिले जिनके लिए मैं किसी अजूबे से कम नहीं था. या फिर जलने वाले मिले. मेरा बचपन मुझसे छिन गया और आज देश की पुलीस और मिलिट्री मेरा पीछा कर रही हे क्योंकि वो कहते हें की मैं एक आतंकवादी हूँ. यहाँ तक की सुपर कमांडो ध्रुव भी मुझे जेल की सलाखों के पीछे भेजने का जज्बा लिए मुझे ढूंढ़ रहा हे. पर मैं साबित करके रहूँगा की मैं हूँ ध्रुव से भी बड़ा Genius. | Rs 30.00 Rs 25.50 You Save: 15.00% |
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